Getting My hindi story To Work
Getting My hindi story To Work
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उसके अम्मी – अब्बू ने बकरी के बच्चे का सौदा सलीम से कर दिया।
रास्ते में, उनका सामना एक शक्तिशाली राक्षस से हुआ, लेकिन बोधिसत्व में पर्याप्त आत्मविश्वास था और वे घबराए नहीं। उसके आत्मविश्वास और निडर रवैये को देखकर राक्षस ने उसे जाने दिया। वन छोड़ने से पहले, बोधिसत्व ने राक्षस को भक्ति के मार्ग पर चलने और क्रूरता के मार्ग को छोड़ने का आदेश दिया। कुछ लोग अभी भी जंगल के बाहर इंतजार कर रहे थे। बोधिसत्व ने उन्हें सारी बातें बताईं और फिर बनारस की ओर चल पड़े। आगे जाकर जब बोधिसत्व राजा बना तो उसने बड़ी ईमानदारी और बुद्धि से लोगों की सेवा की और देश की सेवा की।
बहुत पहले की बात है, खासी जन समूह में कानन नाम की एक खूबसूरत लड़की थी। एक बार एक बाघ ने उसे पकड़ लिया और गुफा में ले गया। जब भूखे बाघ ने लड़की को देखा, तो उसने महसूस किया कि वह लड़की उसकी भूख को संतुष्ट करने के लिए बहुत छोटी है। इसलिए उसने उसे बड़े होने तक कुछ समय के लिए रखने का फैसला किया।
During the vast domain of literature, Hindi language fiction stands like a testomony towards the prosperous cultural landscape of India. Hindi literature has evolved over the years, presenting readers a kaleidoscope of narratives that replicate the myriad aspects of human expertise.
यह बच्चों के लिए एक गुजराती लोक कथा है।
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Graphic: Courtesy Amazon This can be a assumed-provoking novel penned by Kamleshwar, a renowned Indian creator. Initially released in Hindi, the novel delves into your elaborate material of India’s social and political landscape throughout the tumultuous duration of partition in 1947. Kamleshwar weaves a narrative that explores the impression of partition on the lives of standard persons plus the deep-rooted scars it left on the nation’s collective psyche.
(एक) “ताऊजी, हमें लेलगाड़ी (रेलगाड़ी) ला दोगे?” कहता हुआ एक पंचवर्षीय बालक बाबू रामजीदास की ओर दौड़ा। बाबू साहब ने दोंनो बाँहें फैलाकर कहा—“हाँ बेटा, ला देंगे।” उनके इतना कहते-कहते बालक उनके निकट आ गया। उन्होंने बालक को गोद में उठा लिया और उसका मुख विश्वंभरनाथ शर्मा 'कौशिक'
Lifestyle From ‘upcoming faking’ to ‘appreciate bombing’: How you can recognise purple flags in associations
घसीटते -घसीटते वह अपने घर पहुंच गई। उसके मम्मी – पापा और भाई-बहनों ने देखा तो वह भी दौड़कर आ गए। टॉफी उठाकर अपने घर के अंदर ले गए।
नैतिक शिक्षा – मेहनत करने से कोई कार्य असम्भव नहीं होता।
गांव के लोगों में उसका डर था। गांव में रामकृष्ण परमहंस आए हुए थे।
Agyeya skillfully weaves features of philosophy, spirituality, and social commentary into the narrative, furnishing visitors using a believed-provoking and introspective expertise. As a result of Shekhar’s activities, the novel delves in the deeper facets of website human existence, touching upon themes of affection, reduction, self-discovery, and The hunt for which means. This novel not simply showcases Agyeya’s mastery in the Hindi language but will also demonstrates his impressive approach to storytelling.
वह इस समय दूसरे कमरे में बेहोश पड़ा है। आज मैंने उसकी शराब में कोई चीज़ मिला दी थी कि ख़ाली शराब वह शरबत की तरह गट-गट पी जाता है और उस पर कोई ख़ास असर नहीं होता। आँखों में लाल ढोरे-से झूलने लगते हैं, माथे की शिकनें पसीने में भीगकर दमक उठती हैं, होंठों कृष्ण बलदेव वैद